D Pharm Syllabus in Hindi Pdf 2023- D Pharma में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

दवाओं का क्षेत्र आपके लिए रोचक है और आप इसमें अपना करियर बनाना चाहते हैं? यदि ऐसा है, तो आपने शायद D Pharm (डी फार्म) के बारे में सुना होगा। D Pharm कोर्स एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है जिसमें छात्रों को विभिन्न दवाओं की विज्ञानिक और व्यावसायिक जानकारी प्रदान की जाती है। इस लंबे-संघीय पोस्ट के माध्यम से, हम आपको D Pharm Syllabus in Hindi के बारे में विस्तार से बताएंगे।

यह पाठ्यक्रम आपको योग्यता और ज्ञान का संकलन प्रदान करके एक उच्चतर स्तरीय करियर के लिए तैयार करेगा। इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि डी फार्मा में क्या पढ़ाया जाता है, यदि आप भी डी फार्मा सिलेबस के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक ज़रूर पढ़ें, चलिए जानते हैं: D Pharm Syllabus, डी फार्मा में कितने विषय होते हैं?

D Pharm Syllabus in Hindi 2023

डी फार्मा (D Pharm) पदवी भारतीय औषधि निदेशालय द्वारा मान्यता प्राप्त एक फार्मेसी कोर्स है। यह कोर्स छात्रों को औषधि विज्ञान, औषधि रसायन, बायोकेमिस्ट्री, औषधिक रसायन और अन्य विषयों में गहन ज्ञान प्रदान करता है।

डी फार्मा भारत में औषधि क्षेत्र में सरकारी और निजी रूप से रोजगार के बड़े अवसर प्रदान करता है। फार्मा में डिप्लोमा एक 2 साल का कोर्स है, कोर्स का पाठ्यक्रम 4 सेमेस्टरों या हाफों में विभाजित होता है।

डी. फार्मा के विषयों में फार्मास्यूटिक्स, बायोकेमिस्ट्री, क्लिनिकल पैथोलॉजी, मानव एनाटॉमी, क्लिनिकल फार्मेसी और ड्रग स्टोर बिजनेस मैनेजमेंट शामिल हैं। यहां हम D Pharm Syllabus in Hindi में जानकारी प्रदान करेंगे।

Read more: UKPSC Bandi Rakshak Syllabus in Hindi

D Pharm Exam Pattern

डी फार्म परीक्षा पैटर्न विषयक विवरण निम्नानुसार है:

परीक्षा प्रकार: डी फार्म परीक्षा आमतौर पर दो भागों में विभाजित होती है – प्रथम भाग (पेपर 1) और द्वितीय भाग (पेपर 2).

परीक्षा माध्यम: डी फार्म परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में आयोजित की जाती है।

प्रथम भाग (पेपर 1):

  • परीक्षा की प्रकृति: यह प्रश्नों का मूल्यांकन करने के लिए वस्तुनिष्ठ परीक्षा होती है।
  • प्रश्न प्रकार: पेपर 1 में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते हैं जो विषय के आधार पर होते हैं।
  • परीक्षा की अवधि: प्रथम भाग की परीक्षा की अवधि आमतौर पर 2 घंटे की होती है।

द्वितीय भाग (पेपर 2):

  • परीक्षा की प्रकृति: इस पेपर में छात्रों की कौशल, गहन ज्ञान और विशेषताओं का मूल्यांकन किया जाता है।
  • प्रश्न प्रकार: पेपर 2 में अधिकांश प्रश्न ऐसे होते हैं जिनमें छात्रों को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण दिया जाता है।
  • परीक्षा की अवधि: द्वितीय भाग की परीक्षा की अवधि आमतौर पर 3 घंटे की होती है।

नेगेटिव मार्किंग: डी फार्म परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। तो आपको प्रतियोगी परीक्षा में गलत उत्तर देने का डर नहीं होना चाहिए।

संख्याविषयपेपर 1 प्रश्न प्रकारपेपर 2 प्रश्न प्रकार
1विज्ञानवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
2रसायनशास्त्रवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
3जीवविज्ञानवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
4गणितवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
5भौतिकीवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
6आयुर्विज्ञानवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
7भूगोलवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
8सामान्य ज्ञानवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न
9वाणिज्यिक गणितवस्तुनिष्ठ प्रश्नविश्लेषणात्मक प्रश्न

 

यहाँ दिए गए पैटर्न का पालन करके आप अच्छे तैयारी कर सकते हैं और डी फार्म परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। आपको शुभकामनाएं!

D Pharm Syllabus in Hindi PDF

D Pharm Syllabus in Hindi

ऐसे छात्र यदि डी.फार्मा कार्यक्रम में दाखिला लेने की योजना बना रहे हैं तो उन्हें पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम से परिचित होना चाहिए। यहाँ डी.फार्मा पाठ्यक्रम के बारे में व्यापक जानकारी प्रदान प्रदान करेंगे ।

जब आप D Pharm Syllabus in Hindi के बारे में सोचते हैं, तो इसका तात्पर्य उन विषयों से होता है जिन्हें आपको इस कोर्स के दौरान सीखना होगा। यहां हमने D Pharm के पाठ्यक्रम के महत्वपूर्ण विषयों की एक सूची प्रस्तुत की है:

D Pharm Syllabus PDF for 1st Year

डी फार्म के पहले वर्ष का सिलेबस हिंदी में निम्नलिखित है:

Pharmaceutical Chemistry I

  • एंटीऑक्सीडेंट
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एजेंट
  • सामयिक एजेंट
  • चिकित्सकीय उत्पाद
  • अम्ल, क्षार और बफर

Pharmaceutics

  • फार्मास्यूटिकल्स की पैकेजिंग
  • छानने से आकार पृथक्करण
  • स्पष्टीकरण और निस्पंदन
  • विभिन्न खुराक रूपों का परिचय
  • मैट्रोलोजी

Pharmacognosy

  • फार्माकोग्नॉसी की परिभाषा, इतिहास और दायरा
  • फार्मास्युटिकल एड्स
  • दवाओं और प्राकृतिक उत्पत्ति के वर्गीकरण की विभिन्न प्रणालियाँ
  • मिलावट और दवा मूल्यांकन

Biochemistry Clinical Pathology

  • जैव रसायन का परिचय
  • कार्बोहाइड्रेट
  • लिपिड
  • विटामिन
  • एंजाइमों
  • चिकित्साविधान

Human Anatomy Physiology

  • एनाटॉमी और फिजियोलॉजी का दायरा
  • प्राथमिक ऊतक
  • कंकाल प्रणाली
  • श्वसन प्रणाली
  • मासपेशीय तंत्र
  • कार्डियोवास्कुलर सिस्टम

Health Education Community Pharmacy

  • स्वास्थ्य की अवधारणा
  • पोषण और स्वास्थ्य
  • पर्यावरण और स्वास्थ्य
  • सूक्ष्म जीव विज्ञान के मौलिक सिद्धांत
  • संचारी रोग प्राथमिक उपचार

D Pharm Syllabus PDF for 2nd Year

यहां दवाओं की डिप्लोमा (डी फार्मा) के द्वितीय वर्ष के सिलेबस की एक टेबल दी गई है:

Pharmaceutics II

  • नुस्खे पढ़ना और समझना
  • विभिन्न प्रकार की असंगतियों का अध्ययन
  • पोसोलॉजी और लिपिड और खुराक के रूप
  • तिरस्कृत दवाएं
  • पाउडर के प्रकार

Pharmaceutical Chemistry II

  • कार्बनिक रासायनिक प्रणालियों के नामकरण का परिचय
  • एंटीसेप्टिक्स और कीटाणुनाशक
  • एंटीलेप्रोटिक ड्रग्स
  • एंटीबायोटिक दवाओं
  • कृत्रिम निद्रावस्था

Pharmacology and Toxicology

  • औषध विज्ञान का परिचय
  • औषध विज्ञान का दायरा
  • दवाएं: उनके फायदे और नुकसान
  • दवा कार्रवाई का सामान्य तंत्र
  • केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर काम करने वाली दवाएं

Pharmaceutical Jurisprudence

  • फार्मास्युटिकल कानून की उत्पत्ति और प्रकृति
  • पेशेवर नैतिकता के सिद्धांत और महत्व
  • फार्मेसी अधिनियम, 1948
  • औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940
  • ड्रग्स एंड मैजिक रेमेडीज एक्ट, 1954

Drug store Business Management

  • ड्रग हाउस प्रबंधन का परिचय
  • बिक्री, भर्ती, प्रशिक्षण, बैंकिंग और वित्त
  • लेखांकन का परिचय

Hospital Clinical Pharmacy

  • अस्पतालों की परिभाषा, कार्य और वर्गीकरण
  • अस्पताल फार्मेसी
  • अस्पताल में दवा वितरण व्यवस्था
  • उत्पादन
  • दवा सूचना सेवा
  • क्लिनिकल फार्मेसी का परिचय
  • आधुनिक वितरण पहलू

Read more: India Post GDS Syllabus in Hindi

D Pharma में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

डी फार्मा में सामान्यतः पांच सब्जेक्ट होते हैं। हालांकि, इसमें विशेष सब्जेक्ट्स की संख्या विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के अनुसार भिन्न हो सकती है। इन सब्जेक्ट्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को डी फार्मा के क्षेत्र में ज्ञान प्रदान करना होता है ताकि वे दवाओं और फार्मासी में सफलता प्राप्त कर सकें। डी फार्मा के Subject तालिका निम्नलिखित रूप में है:

संख्यासब्जेक्ट
1रसायन विज्ञान
2जीवविज्ञान
3बायोकेमिस्ट्री
4आनतोमी और फिजियोलॉजी
5बायोफार्मेसी और फार्माकिनेटिक्स
6रसायन शिक्षा
7फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी
8फार्मासियुटिकल रसायन
9फार्मासियुटिकल तकनीक
10फार्मासियुटिकल चेमिस्ट्री
11फार्माकोगनोमिक्स
12फार्मासियुटिकल जर्नलिज्म
13दवा रसायन
14रसायनिक विज्ञान में प्रयोगात्मक भूमिका और विज्ञानमुखी विचारधारा
15औषध रसायनिक निर्माण और प्रबंधन
16औषधीय तकनीकीय विज्ञान
17रसायन शास्त्रीय प्रयोगात्मक एवं उद्योगिक संयंत्र
18औषधिक प्रभावशाली तत्वों का पहचान, निर्माण और उपयोग
19फार्मासेयुटिकल चार्ज का निर्धारण एवं फार्मासी की गुणवत्ता

 

इस तालिका में डी फार्मा के सभी महत्वपूर्ण सब्जेक्ट्स और उनके विषयों की जानकारी दी गई है।

डी फार्मा फर्स्ट ईयर में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

डी फार्मा के पहले वर्ष में निम्नलिखित विषय होते हैं:

  • रसायन विज्ञान
  • जीवविज्ञान
  • बायोकेमिस्ट्री
  • आनतोमी और फिजियोलॉजी
  • बायोफार्मेसी और फार्माकिनेटिक्स
  • रसायन शिक्षा

डी फार्मा दूसरे ईयर में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

डी फार्मा के दूसरे वर्ष में निम्नलिखित विषय होते हैं:

  1. फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी
  2. फार्मासियुटिकल रसायन
  3. फार्मासियुटिकल तकनीक
  4. फार्मासियुटिकल चेमिस्ट्री
  5. फार्माकोगनोमिक्स
  6. फार्मासियुटिकल जर्नलिज्म

ये सभी सब्जेक्ट्स डी फार्मा के दूसरे वर्ष के सिलेबस का हिस्सा होते हैं।

D Pharm Syllabus in PCI

डी फार्मा का सिलेबस भारतीय फार्मेसिस्टिकल काउंसिल (Pharmacy Council of India – PCI) द्वारा निर्धारित किया जाता है। यहां डी फार्मा के सिलेबस की विस्तृतता दी गई है:

प्रथम वर्ष (फर्मा-1):

  1. फार्माकोलॉजी
  2. फार्मासियुटिकल रसायन
  3. फार्मासियुटिकल बायोकेमिस्ट्री
  4. आनतोमी और फिजियोलॉजी
  5. फार्मासियुटिकल तकनीक
  6. रसायन शिक्षा

द्वितीय वर्ष (फर्मा-2):

  1. फार्माकोलॉजी और टॉक्सिकोलॉजी
  2. फार्मासियुटिकल रसायन
  3. फार्मासियुटिकल तकनीक
  4. फार्मासियुटिकल चेमिस्ट्री
  5. फार्माकोगनोमिक्स
  6. फार्मासियुटिकल जर्नलिज्म

यह सिलेबस डी फार्मा के लिए भारतीय फार्मेसिस्टिकल काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त किया गया है।

D Pharma Entrance Exam Syllabus 2023

डी फार्मा प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम में अक्सर भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित से प्रश्न होते हैं। यहां डी फार्मा के प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम का टेबल दिया गया है:

संख्याविषय
1संबंध और कार्य
2त्रिकोणमितीय फलन
3आकर्षण-शक्ति
4शक्ति और ऊर्जा
5कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन विज्ञान
6सेट
7वनस्पति विज्ञान
8प्राणि विज्ञान
9एक सीधी रेखा में गति
10गति का नियम
11इकाइयों और मापन
12भौतिक रसायन
13रैखिक असमानता
14सम्मिश्र संख्या और द्विघात समीकरण
15गणितीय प्रेरण के सिद्धांत

 

Best D Pharmacy Books

यहां डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम के डी फार्मेसी पाठ्यक्रम से कुछ प्रसिद्ध पुस्तकें दी गई हैं।

  1. फार्मासियुटिकल चेमिस्ट्री” – रामकिशोर प्रवीण
  2. फार्मासियुटिकल रसायन और भौतिक रसायन” – गुप्ता सोनिया
  3. फार्मासियुटिकल बायोकेमिस्ट्री” – शर्मा प्रदीप कुमार
  4. फार्मासियुटिकल तकनीक” – गौर विपिन और गोयल अंकिता
  5. फार्माकोलॉजी” – कट्टी विजय कुमार
  6. फार्माकोगनोमिक्स” – गुप्ता विनोद कुमार
  7. फार्मासियुटिकल जर्नलिज्म” – प्रभुनाथ राज कुमार

ये सभी पुस्तकें डी फार्मा के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण और उपयोगी हैं। यहां उपरोक्त सूची में दी गई पुस्तकें आपकी पठनीयता और आध्ययन की आवश्यकताओं को पूरा कर सकती हैं।

Read more: Reet Syllabus 2017 Level 1& 2 Exam Syllabus डाउनलोड करें

Frequently Asked Questions

प्रश्न: डी फार्मा क्या होता है और इसका महत्व क्या है?

उत्तर: डी फार्मा एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है जो दवा और फार्मासी के क्षेत्र में कौशल और ज्ञान को प्रदान करता है। इसका महत्व उच्च गुणवत्ता वाली औषधि उत्पादन के लिए योग्यता प्राप्त करने में होता है।

प्रश्न: डी फार्मा के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है?

उत्तर: डी फार्मा में प्रवेश के लिए आपको राष्ट्रीय/राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इसके लिए आपको ऑनलाइन/ऑफलाइन आवेदन करना होगा।

प्रश्न: डी फार्मा के पाठ्यक्रम की अवधि क्या होती है?

उत्तर: डी फार्मा का पाठ्यक्रम 2 वर्षों का होता है और इसमें प्रायोगिक और सिद्धांतिक पाठ्यक्रम शामिल होते हैं।

प्रश्न: डी फार्मा के पाठ्यक्रम में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं?

उत्तर: डी फार्मा के पाठ्यक्रम में आमतौर पर निम्नलिखित विषय पढ़ाए जाते हैं:

  • रसायन विज्ञान
  • जीवविज्ञान
  • बायोकेमिस्ट्री
  • आनतोमी और फिजियोलॉजी
  • फार्माकोलॉजी

प्रश्न: डी फार्मा में करियर के अवसर क्या होते हैं?

उत्तर: डी फार्मा के उच्चाधिकारिक अध्ययन पूरा करने के बाद, आप बीमारियों के उपचार में औषधि की विक्रय, निर्माण और गुणवत्ता नियंत्रण के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। आप दवाओं के निर्माण या अस्पतालों, दवा कंपनियों, औषधीय उत्पादन यूनिटों आदि में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न: D Pharm कोर्स के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

उत्तर: D Pharm कोर्स के लिए पात्रता मानदंड विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के बीच थोड़ा भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, आमतौर पर, आपको 12वीं कक्षा में विज्ञान (भौतिक विज्ञान और रसायन विज्ञान) से उत्तीर्ण होना चाहिए।

प्रश्न: D Pharm कोर्स की अवधि क्या है?

उत्तर: D Pharm कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष होती है। इसके दौरान, छात्रों को विभिन्न विषयों पर समर्पित कक्षाएं, प्रयोगशालाएं, औषधीय ज्ञान का अभ्यास और अनुभव प्रदान किए जाते हैं।

प्रश्न: D Pharm कोर्स के बाद क्या करें?

उत्तर: D Pharm कोर्स के उत्तीर्ण होने के बाद, आप विभिन्न औषधीय क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। आप फार्मासिस्ट के रूप में नौकरी पा सकते हैं, औषधियों के निर्माण और पैकेजिंग के क्षेत्र में काम कर सकते हैं, या अपना खुद का औषधीय व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

Conclusion

यदि आप एक मेडिकल करियर की तलाश में हैं और आपकी रुचि रसायन विज्ञान और औषधीयता में है, तो D Pharm कोर्स आपके लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प हो सकता है।

इस कोर्स से आपको व्यापक और संपूर्ण ज्ञान प्राप्त होगा, जो आपको इस क्षेत्र में एक सफल करियर की ओर ले जाएगा। यह सुनिश्चित करें कि आप पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं और एक प्रतिष्ठित कॉलेज या विश्वविद्यालय से D Pharm कोर्स में प्रवेश करें।

ध्यान दें कि यह अद्यतित और अद्यतित D Pharm Syllabus in Hindi के बारे में लेख है, जो आपको पूर्ण ज्ञान और समझ प्रदान करेगा। इसके अलावा, डी फार्मा में कितने विषय होते हैं? और उनमें क्या पढ़ाया जाता है?

इस पोस्ट को पढ़ने के बाद मुझे उम्मीद है कि आपको अच्छी समझ आ गई होगी। यदि आपके कोई प्रश्न हैं तो आप नीचे टिप्पणी अनुभाग में डी फार्मा पाठ्यक्रम के बारे में हमसे कुछ भी पूछ सकते हैं।

नमस्ते दोस्तों, मेरा नाम है अमित देसाई , मै एक अध्यापक हु इसके साथ ही मै इस ब्लॉग का फॉउंडर और राइटर भी हु। मैंने बैंकिंग , एसएससी , रेलवे जैसे बहुत सी परीक्षाएं दी है और इस समय मै ५० से अधिक बच्चो को कोचिंग के माध्यम से उसकी तैयारी करवाता हु। मेरा उद्देश्य अधिक से अधिक उम्मीदवारों को सटीक और समझने में आसान हो ऐसी जानकारी प्रदान करना है। मैं परीक्षाओ की तैयारी करने वाले छात्रों की मदद करने के लिए परीक्षा पैटर्न, पाठ्यक्रम, पुराने पेपर ,अध्ययन तकनीक जैसे विभिन्न विषयों को अपने ब्लॉग के माध्यम से उन तक पहुचाता हु ताकि वे अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन कर सकें और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें।